Skip to main content

Comparative degree

यह विशेषण कि वह अवस्था होती है जिसमें व्यक्ति वस्तु स्थान की तुलनात्मक विशेषता की जाती है
1 नियम= कुछ विशेषण के अंत में ER  लगाकर तुलनात्मक विशेषण बनाते हैं
Old =older
Hard= harder
2 नियम= यदि किसी  विशेषण का अंतिम अक्षर इसे समाप्त हो तो तुलनात्मक अवस्था बनाते समय r   लगाकर तुलनात्मक अवस्था बनाते हैं

Brave= braver
Wise= wiser
3 नियम= यदि किसी विशेषण के अंतिम अक्षर से पहले कोई स्वर आए तो तुलनात्मक अवस्था बनाते समय अंतिम अक्षर को दो बार लिखते हैं तथा er जोड़कर तुलनात्मक अवस्था बनाते हैं
Big=Bigger
Red=Redder
4 नियम= यदि स्वर की संख्या 2 हो तो अवस्था बनाते समय अंतिम अक्षर को दो बार नहीं लिखते हैं
5= यदि किसी अवस्था के अंत में Yआए परंतु Yसे पहले स्वर्ण न हो तो तुलनात्मक अवस्था बनाते समयY के स्थान पर I लिखते हैं तथा er जोड़कर तुलनात्मक अवस्था बनाते हैं
Heavy=Heavier
Lazy=Lazier
6 नियम= कुछ विशेषण ऐसे होते हैं जिनके अंत में er नहीं जोड़ते हैं जबकि ऐसे विशेषण के ठीक पहले more लगाकर तुलनात्मक अवस्था बनाते हैं
Beautiful =morebeatiful
Much =moremuch
7 नियम= कुछ ऐसे विशेषण जो किसी नियम से संबंध नहीं रखते हैं यह इस प्रकार है
Good =better 
Much =more


Comments

Popular posts from this blog

प्रकाश के गुण

1. प्रकाश स्वयं अदृश्य होता है परंतु इसकी उपस्थिति में वस्तु दिखाई देती है 2. साधारण त्या प्रकाश सरल रेखा में गमन करता है 3. प्रकाश के संचरण हेतु किसी माध्यम की आवश्यकता नहीं होती है प्रकाश निर्वात में भी गमन कर सकता है 4. प्रकाश विद्युत चुंबकीय तरंगों के रूप में चलता है 5. प्रकाश पारदर्शी माध्यम में से गुजर सकता है परंतु अपारदर्शी माध्यम में से नहीं गुजर सकता 6. विभिन्न माध्यमों में प्रकाश की चाल भिन्न-भिन्न होती है निर्वात में प्रकाश की चाल 3 * 10 की घात 8 मीटर पर सेकंड होती है 7. चमकदार पृष्ठों से प्रकाश परावर्तित हो जाता है 8. जब प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करता है तो प्रकाश अपने पथ से विचलित हो जाता है

valency( संयोजकता)

  संयोजकता----किसी तत्व का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास करने पर वह कम कोर्स में उपस्थित इलेक्ट्रॉन की संख्या को संयोजी इलेक्ट्रॉन कहते हैं और कोच को संयोजी कोश कहते हैं तथा इलेक्ट्रॉन की वह संख्या जो संयोग करती है उसे संयोजकता कहते हैं| जैसे---H(1)= 1-- संयोजी कोश --Cl(17)=2,8,7--- संयोजी इलेक्ट्रॉन                   संयोजकता=1        O(8)=2,6             संयोजकता=2  this is some balance.   attention   Table   If you want to know something please ask me I always reply your Question.

विद्युत बल्ब

 विद्युत बल्ब विद्युत धारा के उसमें प्रभाव पर आधारित एक उपकरण है जब विद्युत बल्ब के तंतु में धारा प्रवाहित की जाती है तो तंतु का प्रतिरोध अत्यधिक होने के कारण इस का तापमान 1500 डिग्री सेल्सियस से 2500 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ जाता है इस कारण यह चमकने लगता है  संरचना एवं कार्य विधि= विद्युत बल्ब का आज का एक खोखला गोला होता है जिसके अंदर से बाहर निकाल कर निर्वात रखते हैं बल्ब के ऊपरी भाग पर एक अल्मुनियम की टोपी लगी होती है जिसके दोनों और दो पिन लगी होती है तो पीके मुंह को चढ़ाया लाख से बंद कर दिया जाता है कपड़े के ऊपर जस्ते के दो टैंक लगे होते हैं जिनका संबंध दो मोटे तारों से होता है यह तार एक कांच की नली से होकर बल्ब के अंदर इस प्रकार लाए जाते हैं कि यह एक दूसरे को स्पर्श ना करें इनके आंतरिक शेरों के बीच टंगस्टन का एक बार इक्ता जुड़ा होता है जिसे तंत्र कहते हैं टंगस्टन का गलनांक होता है जब तंत्र में विभव धारा प्रवाहित की जाती है तो यह श्वेत तप्त होकर श्वेत प्रकाश देने लगता है