स्थिर ताप पर जब कोई उत्क्रमणीय अभिक्रिया कराई जाती है तो पहले पहली अभिक्रिया प्रारंभ होती है जिससे उत्पाद बनता है और उत्पाद के द्वारा पुनः अभिक्रिया प्राप्त किया जा सकता है इस प्रक्रिया के दौरान अभिक्रिया की दर और विपरीत क्रिया की दर बराबर हो जाती है तो अभिक्रिया कि वह अवस्था रासायनिक साम्यावस्था काल आती है
1. प्रकाश स्वयं अदृश्य होता है परंतु इसकी उपस्थिति में वस्तु दिखाई देती है 2. साधारण त्या प्रकाश सरल रेखा में गमन करता है 3. प्रकाश के संचरण हेतु किसी माध्यम की आवश्यकता नहीं होती है प्रकाश निर्वात में भी गमन कर सकता है 4. प्रकाश विद्युत चुंबकीय तरंगों के रूप में चलता है 5. प्रकाश पारदर्शी माध्यम में से गुजर सकता है परंतु अपारदर्शी माध्यम में से नहीं गुजर सकता 6. विभिन्न माध्यमों में प्रकाश की चाल भिन्न-भिन्न होती है निर्वात में प्रकाश की चाल 3 * 10 की घात 8 मीटर पर सेकंड होती है 7. चमकदार पृष्ठों से प्रकाश परावर्तित हो जाता है 8. जब प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करता है तो प्रकाश अपने पथ से विचलित हो जाता है
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